Indian railway ticket booking rule and refund against
cancelation
भारतीय रेलवे ने टिकट रद्दीकरण और रिफंड से संबंधित कई नियम निर्धारित किए हैं, जो टिकट के प्रकार, यात्रा की श्रेणी और रद्दीकरण के समय पर निर्भर करते हैं।rrrbRRBs recruitment level 1 notification details
आइए इन नियमों और संबंधित जानकारी पर विस्तार से चर्चा करें:भारतीय रेलवे के नियमों के अनुसार, अगर आपका टिकट वेटिंग लिस्ट में रह जाता है और कंफर्म नहीं होता है, तो वह स्वतः रद्द माना जाता है। ऐसे स्थिति में:
1. ई-टिकट (IRCTC के माध्यम से बुक किया हुआ):
वेटिंग लिस्ट पर रहने वाले ई-टिकट का पैसा ऑटोमैटिकली रिफंड हो जाता है। इसके लिए आपको अलग से आवेदन करने की आवश्यकता नहीं होती
2. विंडो से खरीदे गए टिकट:
यदि आपने काउंटर टिकट लिया है और वह वेटिंग लिस्ट में है, तो आपको टिकट रद्द कराना होगा। रद्दीकरण के बाद, आपका पैसा वापस कर दिया जाएगा, लेकिन बुकिंग चार्ज काट लिया जाएगाRRBs recruitment level 1 notification details
3. Ixigo का ट्रेवल गारंटी फ़ीचर:
यह विशेष सुविधा केवल Ixigo के माध्यम से बुक किए गए टिकटों पर लागू होती है।
यदि टिकट वेटिंग लिस्ट में रह जाता है, तो आपको टिकट की कीमत से तीन गुना तक का पैसा गारंटी कूपन के रूप में मिलेगा, जिसे आप भविष्य में यात्रा बुकिंग के लिए उपयोग कर सकते हैं।
- इसलिए, यदि आप अन्य स्रोतों (IRCTC या विंडो टिकट) से टिकट बुक करते हैं, तो इक्सिगो की ट्रेवल गारंटी लागू नहीं होगी।
1. कन्फर्म टिकट रद्दीकरण और रिफंड नियम:
ट्रेन प्रस्थान से 48 घंटे या उससे अधिक पहले: रद्दीकरण पर प्रति यात्री निम्नलिखित शुल्क कटौती की जाएगी:
एसी फर्स्ट/एग्जीक्यूटिव क्लास: ₹240
एसी 2 टियर/फर्स्ट क्लास: ₹200
एसी 3 टियर/एसी चेयर कार/3 इकोनॉमी: ₹180
स्लीपर क्लास: ₹120
सेकंड क्लास: ₹60
ट्रेन प्रस्थान से 48 घंटे से 12 घंटे पहले: किराए का 25% या उपरोक्त न्यूनतम शुल्क, जो भी अधिक हो, प्रति यात्री कटौती की जाएगी।
ट्रेन प्रस्थान से 12 घंटे से 4 घंटे पहले: किराए का 50% या उपरोक्त न्यूनतम शुल्क, जो भी अधिक हो, प्रति यात्री कटौती की जाएगी।
ट्रेन प्रस्थान से 4 घंटे से कम समय या चार्ट बनने के बाद: कोई रिफंड नहीं मिलेगा।
2. वेटिंग लिस्ट (प्रतीक्षा सूची) और RAC टिकट रद्दीकरण:
ट्रेन प्रस्थान से 30 मिनट पहले तक: रद्दीकरण पर प्रति यात्री ₹60 + जीएसटी क्लर्कीय शुल्क कटौती की जाएगी।
ट्रेन प्रस्थान से 30 मिनट से कम समय या प्रस्थान के बाद: कोई रिफंड नहीं मिलेगा।
3. टिकटों का वर्गीकरण:
भारतीय रेलवे में टिकटों को विभिन्न श्रेणियों में विभाजित किया गया है:
कन्फर्म टिकट: यात्री को निश्चित सीट/बर्थ आवंटित होती है।
RAC (Reservation Against Cancellation): यात्री को सीट साझा करनी पड़ती है; यदि कोई रद्दीकरण होता है, तो पूर्ण बर्थ मिल सकती है।
वेटिंग लिस्ट: यात्री को सीट/बर्थ आवंटित नहीं होती; टिकट कन्फर्म होने पर ही यात्रा की अनुमति होती है।
4. एसी कोच की श्रेणियां:
एसी फर्स्ट क्लास (1A): सर्वोच्च श्रेणी, जिसमें व्यक्तिगत केबिन और उच्च स्तरीय सुविधाएं होती हैं।
एसी 2 टियर (2A): दो स्तर की बर्थ, पर्दों के साथ; प्रत्येक केबिन में चार बर्थ।
एसी 3 टियर (3A): तीन स्तर की बर्थ, बिना पर्दों के; प्रत्येक केबिन में छह बर्थ।
एसी चेयर कार (CC): बैठने की व्यवस्था, शताब्दी और इंटरसिटी ट्रेनों में प्रचलित।
5. स्पेशल ट्रेनें:
भारतीय रेलवे समय-समय पर विशेष ट्रेनों का संचालन करती है, जैसे त्योहारों, छुट्टियों या विशेष अवसरों पर। इन ट्रेनों के रद्दीकरण और रिफंड नियम सामान्य ट्रेनों के समान होते हैं, लेकिन कुछ मामलों में भिन्न हो सकते हैं।
यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे टिकट बुकिंग के समय संबंधित नियमों की जांच करें।
6. रिफंड प्रक्रिया:
ई-टिकट: IRCTC की वेबसाइट या ऐप के माध्यम से रद्द किए जा सकते हैं। रिफंड सीधे उसी खाते में जमा होगा, जिससे भुगतान किया गया था।
आई-टिकट: किसी भी कम्प्यूटरीकृत आरक्षण काउंटर पर ट्रेन के निर्धारित प्रस्थान के 72 घंटे तक रद्द कराया जा सकता है। रिफंड प्रक्रिया में समय लग सकता है।
7. महत्वपूर्ण सुझाव:RRBs recruitment level 1 notification details
यात्रा की योजना बनाते समय और टिकट बुक करते समय उपरोक्त नियमों का ध्यान रखें।
रद्दीकरण की स्थिति में समय सीमा का पालन करें ताकि अधिकतम रिफंड प्राप्त हो सके।
IRCTC की आधिकारिक वेबसाइट पर समय-समय पर नियमों में बदलाव की जानकारी प्राप्त करें।
यात्रियों की सुविधा और पारदर्शिता के लिए भारतीय रेलवे ने ये नियम निर्धारित किए हैं।
सभी यात्रियों से अनुरोध है कि वे इन नियमों का पालन करें और अपनी यात्रा को सुखद बनाएं।