Maharashtra vidhansabha chunav 2024:cm race me kon hai aage
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024: महायुति की प्रचंड जीत और सीएम पद का सस्पेंस
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 में महायुति गठबंधन ने ऐतिहासिक जीत दर्ज करते हुए 288 में से 230 सीटों पर कब्जा जमाया।
भाजपा ने 132 सीटें जीतीं, जबकि शिवसेना (शिंदे गुट) और अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने क्रमशः 57 और 41 सीटें हासिल कीं।
इस धमाकेदार जीत के बावजूद मुख्यमंत्री पद के लिए सस्पेंस बना हुआ है, जिससे राजनीतिक हलचल तेज हो गई है।
देवेंद्र फडणवीस की दावेदारी सबसे मजबूत
भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस का नाम मुख्यमंत्री पद की दौड़ में सबसे आगे माना जा रहा है। फडणवीस की प्रशासनिक दक्षता और पिछली सरकार में उनके प्रदर्शन के चलते पार्टी का एक बड़ा वर्ग उनके नाम का समर्थन कर रहा है। हालांकि, सूत्रों के मुताबिक भाजपा महाराष्ट्र में एक नया चेहरा लाने पर विचार कर सकती है, जैसा उसने राजस्थान और मध्य प्रदेश में किया।
मुरलीधर मोहोल का नाम चर्चा में
केंद्रीय नागरिक उड्डयन और सहकारिता राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल का नाम अचानक सोशल मीडिया पर उभरकर आया।
हालांकि, उन्होंने खुद इस पर सफाई देते हुए इसे महज अफवाह बताया है।
बावजूद इसके, राजनीतिक गलियारों में इस चर्चा ने अलग ही माहौल बना दिया है।
महायुति की बैठकें और भाजपा का रणनीतिक दांव
महायुति की बैठकों का दौर जारी है। कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि वह भाजपा नेतृत्व के फैसले का समर्थन करेंगे।
वहीं, एनसीपी (अजित पवार गुट) ने भी फडणवीस को समर्थन देने के संकेत दिए हैं।
गुरुवार रात भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ देवेंद्र फडणवीस, शिंदे और अजित पवार की बैठक में सरकार गठन पर मंथन हुआ।
नई सरकार की शपथ कब?
सूत्रों के अनुसार, महाराष्ट्र में नई सरकार का शपथ ग्रहण 5 दिसंबर को हो सकता है।
हालांकि, अभी तक भाजपा विधायक दल की बैठक की कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है।
इतिहास में पहली बार ऐसा प्रचंड बहुमत
महाराष्ट्र के राजनीतिक इतिहास में यह पहली बार हुआ है जब किसी गठबंधन ने इतने बड़े अंतर से जीत हासिल की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता, फडणवीस का अनुभव, और शिंदे-पवार का प्रभाव महायुति की इस जीत के मुख्य आधार रहे।
मुख्यमंत्री चयन का विश्लेषण
मुख्यमंत्री पद के चयन में कई फैक्टर अहम होंगे:
पार्टी का अंदरूनी संतुलन: भाजपा, शिवसेना, और एनसीपी के बीच तालमेल।
जनमत और जनता की अपेक्षाएं: फडणवीस की लोकप्रियता और प्रशासनिक अनुभव।
भविष्य की रणनीति: भाजपा का अन्य राज्यों में दिखाया गया चौंकाने वाला खेल।
निष्कर्ष
महाराष्ट्र की राजनीति में यह समय बेहद महत्वपूर्ण है। महायुति के पास बहुमत के साथ स्थिर सरकार बनाने का मौका है।
मुख्यमंत्री पद पर फैसला न सिर्फ राज्य की राजनीति, बल्कि राष्ट्रीय राजनीति को भी प्रभावित करेगा।
आगामी दिनों में होने वाले घटनाक्रम यह तय करेंगे कि महाराष्ट्र की नई सरकार किस दिशा में बढ़ेगी।
फिलहाल, सभी की निगाहें 5 दिसंबर पर टिकी