Kalm ka sipahi hun. Kavita

Kalm ka sipahi hun. Kavita — मैं कलम का सिपाही हूं मत मारो मेरी पोस्ट को, न बुझाओ मेरी शाही को। सब सह लूंगा, सब खो दूंगा, पर लिखने की आज़ादी मत छीनो। डॉक्टर, तुम्हारी दवा गलत हो, नेता, तुम्हारे वादे झूठे हों, तो भी चुप रहूंगा। पर मेरी कलम को रोकने की कोशिश मत … Read more