50 kilogram sona or 137 karod ki benami sampti jabt
उदयपुर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी पर इनकम टैक्स की बड़ी कार्रवाई, 137 करोड़ की काली कमाई का पर्दाफाश
जयपुर:
उदयपुर के चर्चित ट्रांसपोर्ट कारोबारी टीकम सिंह राव के खिलाफ इनकम टैक्स विभाग की हालिया छापेमारी ने राज्य में हलचल मचा दी है।
28 नवंबर से 1 दिसंबर तक चली इस चार दिवसीय कार्रवाई में 137 करोड़ रुपये की अघोषित संपत्ति का खुलासा हुआ है।
यह छापेमारी राजस्थान में इनकम टैक्स विभाग की अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई में से एक मानी जा रही है।
जब्त संपत्तियां और दस्तावेज
इस छापे में 50 किलो सोना बरामद हुआ है, जिसमें से 45 किलो अघोषित है।
सोने की बाजार कीमत लगभग 38 करोड़ रुपये आंकी गई है। साथ ही, 4 करोड़ रुपये नकद भी जब्त किए गए हैं।
जांच के दौरान 7 बैंक लॉकर खोले गए, जिनमें से 25 किलो सोना और 2 करोड़ नकद भी बरामद हुए।
लग्जरी जीवन और काली कमाई का निवेश
टीकम सिंह राव ने अपनी अघोषित आय को लग्जरी कारों, होटलों और प्रॉपर्टी में निवेश किया।
जब्त किए गए दस्तावेजों से पता चला है कि उन्होंने अपनी संपत्तियों के जरिए काले धन को सफेद करने का प्रयास किया। अधिकारियों का मानना है कि जांच पूरी होने तक यह आंकड़ा और बढ़ सकता है।
इतिहास में पहली बार इतनी बड़ी मात्रा में सोना जब्त
इनकम टैक्स विभाग के मुताबिक, राजस्थान में पहली बार इतनी बड़ी मात्रा में अघोषित सोने की बरामदगी हुई है।
यह छापेमारी राज्य में अवैध व्यापार और काले धन के नेटवर्क को उजागर करने में मील का पत्थर साबित हो सकती है।
राजनीतिक कनेक्शन
टीकम सिंह राव के छोटे भाई गोविंद सिंह राव, जो बांसवाड़ा जिले में पार्टी के जिलाध्यक्ष रह चुके हैं, भी जांच के दायरे में हैं।
गोविंद कंपनी के कामकाज की देखरेख करते हैं। उनके आवास पर भी छापेमारी की गई, जहां से कई अहम दस्तावेज बरामद हुए।
योग गुरु रामदेव के साथ तस्वीर वायरल
सामाजिक कार्यों में सक्रिय टीकम सिंह की 2018 की एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें वे योग गुरु बाबा रामदेव के साथ नजर आ रहे हैं।
यह तस्वीर उदयपुर में गोशाला के शेल्टर निर्माण कार्यक्रम के दौरान ली गई थी।
जांच जारी, हो सकते हैं और बड़े खुलासे
इनकम टैक्स विभाग ने जब्त दस्तावेजों की गहन जांच शुरू कर दी है।
अब तक 137 करोड़ की अघोषित संपत्ति का खुलासा हो चुका है, लेकिन यह आंकड़ा बढ़ने की संभावना है।
यह मामला अवैध ट्रांसपोर्टेशन और काले धन के खिलाफ कार्रवाई के लिए एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
निष्कर्ष:
यह छापेमारी राजस्थान में काले धन और अवैध लेनदेन के खिलाफ सरकार की सख्ती को दर्शाती है।
टीकम सिंह राव जैसे बड़े नामों पर कार्रवाई अन्य व्यापारियों और उद्यमियों के लिए चेतावनी है कि काले धन को छिपाना अब आसान नहीं।
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