REET Level 2 (कक्षा 6-8) 2024: विस्तृत पाठ्यक्रम और तैयारी गाइड
REET लेवल 2 उन उम्मीदवारों के लिए है जो कक्षा 6-8 को पढ़ाने के इच्छुक हैं। इसका पाठ्यक्रम गहन और विस्तृत होता है। यहां प्रत्येक विषय और टॉपिक को चरणबद्ध रूप में समझाया गया है:
1. बाल विकास और शिक्षाशास्त्र (Child Development and Pedagogy)
1. बाल विकास (11-14 वर्ष के बच्चे):
विकास और उसका अध्ययन:
विकास के सिद्धांत: पियाजे, वायगोत्स्की, कोहल्बर्ग।
विकास की अवस्थाएँ: शारीरिक, सामाजिक, भावनात्मक और संज्ञानात्मक।
व्यक्तिगत भिन्नताएँ:
बच्चों की रुचि, बुद्धिमत्ता, और सीखने की क्षमताओं में विविधता।
बच्चों के सामाजिक, भावनात्मक और नैतिक विकास:
किशोरावस्था में होने वाले परिवर्तनों का अध्ययन।
2. अधिगम और शिक्षण प्रक्रिया (Learning and Teaching Process):
अधिगम के सिद्धांत:
पावलव का क्लासिकल कंडीशनिंग।
स्किनर का ऑपरेटेंट कंडीशनिंग।
बैंडुरा का सामाजिक अधिगम।
अधिगम के कारक:
प्रेरणा, सीखने का माहौल, और शिक्षण तकनीक।
कक्षा प्रबंधन और अनुशासन:
प्रभावी कक्षा प्रबंधन और सकारात्मक अनुशासन।
3. समावेशी शिक्षा (Inclusive Education):
विशेष आवश्यकताओं वाले बच्चों की शिक्षा।
बहुभाषी शिक्षण के सिद्धांत।
4. मूल्यांकन और मूल्यांकन की विधियाँ:
सतत् और व्यापक मूल्यांकन (CCE)।
रचनात्मक और औपचारिक मूल्यांकन।
2. भाषा I: हिंदी (Language I: Hindi)
1. व्याकरण (Grammar):
मूल व्याकरण:
संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, क्रिया, वाच्य, काल।
वाक्य रचना, समास, संधि।
मुहावरे और लोकोक्तियाँ।
2. साहित्य (Literature):
गद्य और पद्य के प्रमुख लेखक और रचनाएँ।
हिंदी साहित्य की प्रमुख विधाएँ।
प्रेरणादायक कहानियाँ और कविताएँ।
3. भाषा शिक्षण (Language Teaching):
हिंदी को प्रभावी रूप से पढ़ाने की विधियाँ।
बच्चों में पढ़ने और लिखने की आदत का विकास।
भाषा में त्रुटियों का सुधार।
3. भाषा II: अंग्रेजी (Language II: English)
1. Grammar:
Tenses, Articles, Prepositions।
Verbs, Synonyms और Antonyms।
Active and Passive Voice।
2. Comprehension:
गद्यांश और पद्यांश आधारित प्रश्न।
Vocabulary और Sentence Formation।
3. Language Teaching:
अंग्रेजी को दूसरी भाषा के रूप में पढ़ाने की विधियाँ।
Error Correction Techniques।
Communication Skills और Listening Activities।
4. गणित (Mathematics)
1. संख्या प्रणाली (Number System):
पूर्णांक, भिन्न, दशमलव और अनुपात।
गुणा और भाग की विधियाँ।
लघुत्तम समापवर्तक (LCM) और महत्तम समापवर्तक (HCF)।
2. बीजगणित (Algebra):
समीकरण और असमीकरण।
सरल समीकरणों का हल।
3. ज्यामिति (Geometry):
रेखाएँ, कोण, त्रिभुज, चतुर्भुज, और वृत्त।
क्षेत्रफल और परिमाप की गणना।
4. सांख्यिकी और डेटा व्याख्या (Statistics and Data Interpretation):
बार ग्राफ, पाई चार्ट और टेबल।
औसत, माध्यिका और बहुलक।
5. शिक्षण विधियाँ (Teaching Methods):
गणितीय अवधारणाओं का व्यावहारिक उपयोग।
समस्या समाधान आधारित शिक्षण।
5. पर्यावरण अध्ययन और विज्ञान (Environmental Studies & Science)
1. पर्यावरण अध्ययन:
पारिस्थितिकी (Ecology):
पर्यावरणीय संतुलन और प्रदूषण।
जैव विविधता और वन्य जीव संरक्षण।
सामाजिक अध्ययन के पहलू:
भारतीय इतिहास, भूगोल और अर्थव्यवस्था।
परिवहन और संचार।
2. विज्ञान:
भौतिक विज्ञान (Physics):
बल, गति, प्रकाश और ध्वनि।
ऊर्जा के रूप और संरक्षण।
रसायन विज्ञान (Chemistry):
पदार्थ की अवस्थाएँ।
दैनिक जीवन में रसायन।
जीव विज्ञान (Biology):
मानव शरीर, पौधों और जानवरों का अध्ययन।
स्वास्थ्य और स्वच्छता।
3. शिक्षण विधियाँ (Teaching Methods):
प्रोजेक्ट आधारित शिक्षण।
अनुभवात्मक और खोज आधारित अधिगम
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REET Level 2 के लिए अनुशंसित पुस्तकें
1. बाल विकास और शिक्षाशास्त्र:
“बाल विकास और शिक्षाशास्त्र” – अरिहंत प्रकाशन।
“Child Development and Pedagogy” – Disha Experts।
“शिक्षा मनोविज्ञान” – RPH Editorial Board।
2. हिंदी भाषा:
“रीट हिंदी भाषा” – Lucent Publication।
“हिंदी व्याकरण” – वासुदेव नंदन प्रसाद।
3. अंग्रेजी भाषा:
“Objective General English” – S.P. Bakshi।
“English Language Teaching” – Geeta Sahni।
4. गणित:
“रीट गणित और विज्ञान” – लक्ष्य पब्लिकेशन।
“Quantitative Aptitude” – R.S. Aggarwal।
5. पर्यावरण अध्ययन और विज्ञान:
“रीट पर्यावरण अध्ययन” – राजस्थान बोर्ड।
“Environmental Studies for CTET and TET” – Arihant Experts।
पढ़ाई की रणनीति (Preparation Strategy)
1. पिछले वर्षों के प्रश्न पत्र हल करें।
परीक्षा पैटर्न और प्रश्नों की प्रकृति समझने के लिए।
2. मॉक टेस्ट दें।
अपनी तैयारी को समयबद्ध तरी
के से परखें।
3. NCERT की पुस्तकें पढ़ें।
गहराई से समझने के लिए।
4. नियमित रिवीजन करें।
नोट्स बनाएं और रोज़ाना रिवाइज़ करें।
5. हर विषय के लिए अलग-अलग समय निर्धारित करें।
संतुलित पढ़ाई योजना बनाएं।
अगर किसी विशिष्ट विषय या टॉपिक पर विस्तृत जानकारी चाहिए, तो बताएं।