राजस्थान अधीनस्थ एवं मंत्रालयिक सेवा चयन बोर्ड (RSMSSB) द्वारा आयोजित समान पात्रता परीक्षा (CET) स्नातक स्तर-2024 का परिणाम 12 फरवरी 2025 को जारी किया गया।
इस परीक्षा के माध्यम से विभिन्न सरकारी पदों पर भर्ती की जानी थी, लेकिन कई रिपोर्टों के अनुसार, यह परीक्षा महज एक औपचारिकता बनकर रह गई और अपने मूल उद्देश्य को हासिल नहीं कर सकी।
CET परीक्षा: उद्देश्य और वास्तविकता के बीच अंतर
CET को एक स्क्रीनिंग टेस्ट के रूप में डिजाइन किया गया था, ताकि बड़ी संख्या में आवेदकों को छांटकर केवल योग्य उम्मीदवारों को अगले चरण के लिए शॉर्टलिस्ट किया जा सके। लेकिन परीक्षा प्रणाली में कुछ खामियां रही हैं, जिससे यह उद्देश्य पूरी तरह सफल नहीं हो पाया।
1. भर्ती प्रक्रिया में देरी और अस्पष्टता
CET के माध्यम से कई पदों पर भर्ती होनी थी, लेकिन अब तक यह स्पष्ट नहीं है कि कितनी भर्तियां होंगी और कब तक पूरी की जाएंगी।
अलग-अलग परीक्षाओं की जगह एक ही परीक्षा से कई पदों के लिए स्क्रीनिंग करने की रणनीति बनाई गई थी, लेकिन यह व्यावहारिक रूप से सफल नहीं रही।
कुछ पदों के लिए कटऑफ अत्यधिक रही, जिससे योग्य अभ्यर्थी भी बाहर हो गए, जबकि कुछ पदों के लिए यह बहुत कम रही, जिससे स्क्रीनिंग प्रक्रिया प्रभावी नहीं रही।