“Drug Trafficker Sunil Yadav Killed in US Gang Feud”
अमेरिका में गैंगवार: ड्रग तस्कर सुनील यादव की हत्या और लॉरेंस बिश्नोई गैंग का
कनेक्शन
सुनील यादव की हत्या: क्या हुआ और कहां हुई घटना?
Lowerence Bishnoi ki Robinhood chavi : Varma
अमेरिका के कैलिफ़ोर्निया के स्टॉकटन शहर में 22 दिसंबर को एक कथित अंतरराष्ट्रीय ड्रग तस्कर, सुनील यादव उर्फ ‘गोली’, की हत्या कर दी गई।

हमलावरों ने उसके घर (6706 नंबर) में घुसकर गोली मार दी। इस हत्या की जिम्मेदारी सोशल मीडिया के माध्यम से लॉरेंस बिश्नोई गैंग के सदस्य गोल्डी बरार और रोहित गोदारा ने ली है।
Times India report
सोशल मीडिया पोस्ट से खुलासा: सुनील यादव की हत्या का कारण
गोल्डी बरार ने फेसबुक पर पोस्ट के जरिए इस हत्या की जिम्मेदारी ली और खुलासा किया कि यह हत्या उनके साथी अंकित भादू की मौत का बदला लेने के लिए की गई है।
पोस्ट में उन्होंने सुनील यादव पर आरोप लगाया कि वह पंजाब पुलिस के साथ मिलकर अंकित भादू के एनकाउंटर की साजिश में शामिल था।
बरार ने अपनी पोस्ट में लिखा:
> “मैं, रोहित गोदारा और गोल्डी बरार कैलिफ़ोर्निया में सुनील यादव उर्फ ‘गोली’ की हत्या की पूरी जिम्मेदारी लेते हैं। उसने हमारे भाई अंकित भादू के एनकाउंटर की साजिश रची थी, और हमने बदला लिया है।”
सुनील यादव: कौन था वह और क्यों बना निशाना? गोदारा और बरार का
सुनील यादव पंजाब के फाजिल्का जिले के अबोहर का निवासी था। पुलिस के मुताबिक, वह अंतरराष्ट्रीय ड्रग तस्करी में सक्रिय था और उसके संबंध दुबई और अमेरिका जैसे देशों तक फैले हुए थे।
ड्रग्स तस्करी और रेड कॉर्नर नोटिस:drug के खिलाफ lowerence का बयान
राजस्थान पुलिस ने उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था।
उस पर पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में नशीले पदार्थों की सप्लाई करने का आरोप था
। यादव ने दो साल पहले फर्जी पासपोर्ट का उपयोग करके अमेरिका में प्रवेश किया था।
एनकाउंटर कनेक्शन:
यादव पर आरोप है कि उसने पंजाब पुलिस के साथ मिलकर लॉरेंस बिश्नोई गैंग के सदस्य अंकित भादू के एनकाउंटर में मदद की थी।
गैंगवार और लॉरेंस बिश्नोई गैंग का कनेक्शन
लॉरेंस बिश्नोई गैंग भारत में एक खतरनाक आपराधिक संगठन के रूप में कुख्यात है। इस गैंग के कई सदस्य हत्या, वसूली और ड्रग तस्करी जैसे मामलों में शामिल रहे हैं।
गोल्डी बरार और रोहित गोदारा: प्रमुख चेहरे
गोल्डी बरार लॉरेंस बिश्नोई का करीबी सहयोगी है। वह वर्तमान में भारत से फरार है और माना जाता है कि वह अमेरिका में रह रहा है।
रोहित गोदारा भी इस गैंग का अहम सदस्य है और सोशल मीडिया पर इन गतिविधियों को संचालित करने में सक्रिय भूमिका निभाता है।
सोशल मीडिया पर धमकी: दुश्मनों को चेतावनी goldi की
गोल्डी बरार ने अपनी पोस्ट में कहा कि यह हत्या एक चेतावनी है। उसने लिखा:
> “हमारे दुश्मनों को तैयार रहना चाहिए। हम दुनिया के किसी भी कोने में पहुंच सकते हैं।”
पुलिस की जांच और अगली कार्रवाई
अमेरिकी और भारतीय एजेंसियां इस हत्या की जांच में जुटी हैं।
अंरराष्ट्रीय सहयोग:
अमेरिकी कानून प्रवर्तन एजेंसियां लॉरेंस बिश्नोई गैंग की गतिविधियों पर नजर बनाए हुए हैं।
भारतीय एजेंसियों की भूमिका: जांच प्रक्रिया में
भारतीय एजेंसियां यादव की ड्रग तस्करी और उसकी हत्या के पीछे के गैंगवार कनेक्शन की जांच कर रही हैं।
गैंगवार की वजह से खतरा बढ़ा
यह घटना दर्शाती है कि भारतीय गैंगवार अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहुंच चुका है।
लॉरेंस बिश्नोई और उसके सहयोगी ड्रग तस्करी और व्यक्तिगत दुश्मनी के मामलों को हिंसक रूप से निपटाने के लिए कुख्यात हैं।
निष्कर्ष
सुनील यादव की हत्या न केवल गैंगवार का हिस्सा है, बल्कि यह अंतरराष्ट्रीय अपराध जगत के बढ़ते प्रभाव को भी दर्शाती है।
लॉरेंस बिश्नोई गैंग के सदस्यों द्वारा जिम्मेदारी लेने के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि भारतीय आपराधिक संगठनों का जाल अब वैश्विक स्तर पर फैल चुका है।
पुलिस और संबंधित एजेंसियों के लिए यह मामला एक चुनौतीपूर्ण स्थिति पैदा कर रहा है।
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