इंदिरा गांधी: भारतीय राजनीति की जटिल पहेली
“इंदिरा फाइल” एक ऐसी पुस्तक है, जो केवल ऐतिहासिक घटनाओं का दस्तावेज नहीं, बल्कि इंदिरा गांधी के व्यक्तित्व की जटिलताओं, उनकी राजनीतिक दूरदर्शिता और उनके जीवन के संघर्षों को उजागर करती है।
विष्णु शर्मा ने इसे केवल तथ्यों का संग्रह नहीं बनाया, बल्कि इसे एक जीवंत अनुभव में बदला है, जो पाठकों को उस समय की राजनीति और समाज के गहरे परिदृश्यों में ले जाता है।
इंदिरा: शक्ति और विवाद का संगम
इंदिरा गांधी का व्यक्तित्व भारतीय राजनीति के इतिहास में अद्वितीय है।
वह न केवल अपने समय की सबसे प्रभावशाली महिला थीं, बल्कि उन्होंने सत्ता को अपने व्यक्तित्व से परिभाषित किया।
यह पुस्तक हमें दिखाती है कि कैसे उनका आत्मविश्वास और निर्णय क्षमता उन्हें असंभव परिस्थितियों से भी पार ले गए।
विष्णु शर्मा लिखते हैं, “इंदिरा गांधी की सबसे बड़ी खूबी यह थी कि वह संकटों में भी अवसर तलाशती थीं।” लेकिन उनका यही गुण उन्हें कई बार विवादों के केंद्र में भी ले गया।
आपातकाल: जब एक नेता और लोकतंत्र का संघर्ष आमने-सामने था
1975 में लागू किया गया आपातकाल इंदिरा गांधी के जीवन का सबसे विवादित दौर था।
यह वह समय था, जब उन्होंने अपने और लोकतंत्र के बीच एक कठिन निर्णय लिया।
विष्णु शर्मा ने इसे केवल आलोचना या प्रशंसा के नजरिए से नहीं देखा, बल्कि इसे एक नेता की दृष्टि से समझने की कोशिश की।
वह लिखते हैं, “आपातकाल केवल एक राजनीतिक निर्णय नहीं था, यह उस समय की जटिलताओं का परिणाम था,