Gold and silver market effect by malmaas and invest guide राजस्थान में सोने और चांदी के आज का भाव: मलमास का प्रभाव और निवेश की सलाह
आज के सोना और चांदी के भाव (20 दिसंबर 2024):
सोना (24 कैरेट): ₹77,800 प्रति 10 ग्राम
चांदी: ₹90,500 प्रति किलोग्राम
पिछले महीने के 20 नवंबर 2024 के सोना चांदी भावों से तुलना करें तो:
सोना: ₹78,200 प्रति 10 ग्राम ( ₹400) गिरावट
चांदी: ₹95,000 प्रति किलोग्राम (गिरावट ₹4,500)
मलमास और सोने-चांदी की मांग में प्रभाव
मलमास, जिसे अधिक मास या पुरुषोत्तम मास कहा जाता है, हिंदू पंचांग के अनुसार एक ऐसा समय है जिसमें शुभ कार्यों जैसे विवाह, गृह प्रवेश और आभूषण खरीदारी से परहेज किया जाता है। यह 18 जुलाई 2023 से जारी है और इसका प्रभाव बाजार पर स्पष्ट दिख रहा है।
हालांकि, रवि पुष्य नक्षत्र जैसे शुभ योग में सोने की खरीदारी शुभ मानी जाती है, जिससे इस दौरान हल्की मांग बनी रहती है।
भाव में गिरावट के कारण:Click here
1. अंतरराष्ट्रीय बाजार:Gold or silver ke badhte bhav: middle class prabhavit
वैश्विक स्तर पर डॉलर में मजबूती और अमेरिका में ब्याज दरों में वृद्धि से सोने और चांदी की कीमतों में दबाव देखा गया।
2. भारतीय बाजार:
स्थानीय मांग में कमी, खासकर मलमास के चलते।
क्रिप्टोकरेंसी में बढ़ती निवेश रुचि, जिसने पारंपरिक धातुओं के बाजार को कमजोर किया।
3. विदेशी सरकारों के निर्णय:
चीन और रूस द्वारा सोने के भंडारण में कमी।
4. स्थानीय बजट और नीतियां:
राजस्थान और केंद्र सरकार के आगामी बजट में कर नीतियों को लेकर अनिश्चितता।
5. अंतरराष्ट्रीय युद्ध और भू-राजनीतिक तनाव:
इजराइल-गाजा संघर्ष और रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण निवेशकों की प्राथमिकताएं बदली हैं।
मलमास के दौरान निवेश की संभावना
मलमास के कारण सोने और चांदी की मांग में कमी का यह समय दीर्घकालिक निवेश के लिए उपयुक्त हो सकता है।
निवेशकों के लिए सलाह:
वर्तमान भाव पर सोने और चांदी की खरीदारी को चरणबद्ध तरीके से करें।
यदि दीर्घकालिक निवेश की योजना है, तो सोने को प्राथमिकता दें।
बेचने वालों के लिए सुझाव:
यदि भाव में उछाल की प्रतीक्षा है, तो आगामी महीनों में बाजार की गतिविधियों और बजट घोषणाओं पर ध्यान दें।
आगे का अनुमान:
विशेषज्ञों के अनुसार:
जनवरी 2025 में मांग में वृद्धि की संभावना है, जब मलमास समाप्त होगा।
दीपावली के बाद बाजार में आई ठंडक अगले वित्तीय बजट तक बनी रह सकती है।
क्रिप्टोकरेंसी और विदेशी बाजार की गतिविधियां सोने और चांदी की कीमतों में उतार-चढ़ाव लाती रहेंगी।
निष्कर्ष:
यदि आप सोने और चांदी में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो यह समय योजना बनाकर कार्य करने का है। अंतरराष्ट्रीय बाजार और स्थानीय मांग-आपूर्ति के रुझानों को ध्यान में रखते हुए निर्णय लें।
अद्यतन जानकारी के लिए प्रतिदिन पढ़ें।
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